Sunday, 11 December 2022

स्कूल में सरपँच पंचों ने पौधा रोपण कर ली पद एंव गोपनीयता की शपथ

 स्कूल में सरपँच पंचों ने पौधा रोपण कर ली पद एंव गोपनीयता की शपथ


गांव अहमदपुर दारेवाला की नवनिर्वाचित पंचायत की ओर से शनिवार को मुख्यमंत्री व पंचायत मंत्री के लिए वर्चुअल कार्यक्रम के तहत पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की गई जानकारी के अनुसार गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में ग्रामीण संरक्षक मास्टर रिशपाल की ओर से ग्राम पंचायत के चुने हुए नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री के वर्चुअल कार्यक्रम के बाद पद और गपनीयता की शपथ ग्रहण करवाई गई।


वहीं पर हरियाणा में पहली मर्तबा सरपंचों के शपथ ग्रहण समारोह को हरियाणा के किसी एक जिले में लेकर के गांव-गांव में गांव के विकास की शब्द कार्यक्रम के तहत स्कूलों में चमारों कार्यक्रम स्थापित किए गए जहां पर स्कूल प्रशासन की ओर से एजुसेट पर ऑनलाइन मुख्यमंत्री द्वारा वह पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली की ओर से अपने अभिभाषण में नवनिर्वाचित सरपंच पंचों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाने की शुभकामनाएं दी गई तो वहीं पर बिना भेदभाव गांव के चहुमुखी विकास की ओर अग्रसर करने का भी नारा दिया गया वहीं पर स्कूल में संरक्षक मास्टर रिशपाल की ओर से सबसे पहले शपथ ग्रहण समारोह में गांव की नवनिर्वाचित सरपंच राधिका कालड़ा पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण करवाई गई जिसके बाद गांव के 12 वार्डों के नवनिर्वाचित पंचों को शपथ दिलवाई गयी।


वहीं पर शपथ ग्रहण समारोह का समापन होने के बाद पूरी पंचायत की ओर से स्कूल में एक एक पौधा लगाकर गांव के समूचे भाईचारे को साथ लेकर एक समान दृष्टि से विकास करने व शिक्षा स्वास्थ्य स्वच्छता व नशे को जड़ से खत्म करने की शपथ के रूप में कार्यभार संभालने की शुरुआत की।

वहीं पर शपथ ग्रहण करने के बाद नवनिर्वाचित सरपंच राधिका कालडा ने बताया कि आज उनके लिए सबसे बड़ा दिन है कि आज मुख्यमंत्री की ओर से जो व्यवस्था परिवर्तन करते हुए गांव में ही तमाम लोगों के बीच में जो शपथ ग्रहण का कार्यक्रम हुआ वह बेहद अच्छा लगा और वह पूर्ण तरीके से ग्रामीणों को आश्वस्त करना चाहती है कि वह समूचे गांव को साथ लेकर जिस बात को लेकर जिस निष्ठा से प्रतिज्ञा हमने आज ली है उसको कभी भी आज नहीं आने देगी बल्कि शिक्षा को सबसे बड़े झंडे के तौर पर गांव में स्वास्थ्य सफाई के मुद्दों को हल करना ही उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी।


इस मौके पर स्कूल स्टाफ, समस्त ग्राम पंचायत सदस्य मौजूद रहे।

अहमदपुर दारेवाला में निर्विरोध चुनी गई शिक्षित महिला सरपंच

 अहमदपुर दारेवाला में निर्विरोध चुनी गई शिक्षित महिला सरपंच

गाँव के इतिहास में पहली बार सर्वसम्मति से चुनी गयी पहली महिला सरपंच बनी राधिका कालड़ा
पुरे गाँव में इकठा हो सभी वर्ग के मौजिज लोगो ने बिना भेदभाव सभी के सुझाव लेकर किया फैसला 
पुरे गाँव ने एकता दिखा पहली बार रचा सहमति से सरपंच चुनने का इतिहास  

 

प्रदेश सरकार द्वारा 2016 से  ग्राम पंचायत की चुनाव में शैक्षणिक योग्यता को लागू किया गया। जिसमें गांव की पढ़ी लिखी बेटियों व महिलाओं को गांव का नेतृत्व करने की कवायद शुरू की गई। जिसके चलते महिलाओं को भी गांव की चौधर सौंपी गई। जिसमें गांव की महिलाएं भी गांव के विकास कार्यों को करवाने के मामले में पुरुषों के बराबर अधिकार सुनिश्चित कर पाए।बात अगर सिरसा जिले के गांव अहमदपुर दारेवाला की करें तो गांव की बहु राधिका कालड़ा धर्मपत्नी अनिल कालड़ा गंगू, पुत्रवधु पूर्व सरपंच गोबिंद कालड़ा को गांव का सरपंच निर्विरोध चुना गया। यही  राधिका कालड़ा की पैतृक विरासत को अगर देखा जाए तो उनके परिवार का रसूख गांव ही नहीं बल्कि क्षेत्र के अन्य गांव में गणमान्य शिक्षकों के अंदर सम्मिलित है। जिस को आधार मानते हुए गांव ने एकमत सर्व सहमति से फैसला लेते हुए पूर्व सरपंच गोविंद राम मेहता की पुत्र वधू राधिका कालड़ा पत्नी अनिल कुमार (गंगू) को गांव का नेतृत्व सौंपा गया। वही सर्व समाज ने राधिका कालड़ा को अपना समर्थन देते हुए गांव में विकास की गंगा बहने और गांव को विकास के पथ पर आगे ले जाने में अग्रिम पंक्ति में समझा। इसी को मध्य नजर रखते हुए गांव की 36 बिरादरी ने अपना सर्व सहमति से सरपंच मनोनीत किया।

जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर व उपमंडल कार्यालय से 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव अहमदपुर दारेवाला अभी काफी ऐसे विकास कार्यों से अछूता है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। क्योंकि गांव में कुछ ऐसी समस्याएं हैं जिनका आज तक समाधान नहीं हो पाया। सर्व समाज को राधिका कालड़ा से यह पूर्ण विश्वास है कि जो आज तक किसी भी सरपंच के कार्यकाल में गांव की समस्या का निदान नहीं हो पाया।उसका समाधान राधिका कालड़ा द्वारा संभव प्रतीत होता है।इसी को ध्यान में रखते हुए गांव में निर्विरोध कालड़ा परिवार की पुत्रवधू को सरपंच के पद पर आसीन किया जाएगा। वहीँ इस फैसले के बाद पुरे गाँव में ख़ुशी का माहौल है और उनके घर पर बधाई देने वालों का ताँता लगा हुआ है 

बता दें कि जब से गांव की छोटी सरकार की चुनाव प्रक्रिया की घोषणा हुई। उससे पहले ही लोगों द्वारा राधिका कालड़ा पर उम्मीदों का अंबार ग्रामीणों द्वारा लगाया गया था। वही राधिका कालड़ा पत्नी अनिल कालड़ा (गंगू )जोकि एक समाजिक कार्यों के अंदर योगदान देने वाला व्यक्ति है। जिसकी छवि व स्वभाव से बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक कायल है।इसके साथ ही गांव के साथ-साथ क्षेत्र के अन्य गांव में भी अनिल उर्फ गंगू के समाजिक धार्मिक व अन्य गतिविधियों में सहभागिता भी देखने में सुनने को अक्सर मिलती है।    जिसके चलते ग्रामीणों ने ससुर के बाद पुन:पुत्रवधू को नेतृत्व के लिए अग्रिम पंक्ति में चुना गया है।

वहीं राधिका कालड़ा ने बताया कि गाँव के दिए फैसले व अपार जनसमर्थन की सैदेव ऋणी रहेगी तथा यह उसके लिए सौभाग्य ही नहीं बल्कि अपने गाँव पर गर्व की बात है की उसे पुरे गाँव ने सांझे व अपनी बेटी मान कर सर्वसम्मति से चुना है उन्होंने ने बताया कि सबसे अहम समस्या पेयजल आपूर्ति को लेकर है जोकि सबसे पहले ग्रामीणों के सहयोग से हल किया जायेगा ताकि ग्रामीणों को मोल टैंकर से पानी ना डलवाना पड़े  जिसको सुनिश्चित करना उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी। साथ गाँव में साफ़ सफाई, स्वास्थय, शिक्षा, नशे के प्रति सचेत करने सहित महिलाओं के उत्थान हेतु कदम उठाये जायेंगे इसके साथ ही गाँव में सुरक्षा के लिहाजा सीसीटीवी कैमरा युक्त गाँव होगा और युवाओं को खेल सुविधाएं प्रदान करना था गाँव में बुजुर्गों को बुढ़ापा पेंशन लेने के लिए बिज्जूवाली जाने की समस्या नहीं होगी बल्कि गाँव में पेंशन उपलब्ध करवाना प्राथिमकता रहेगी, वहीँ पर नशे के खिलाफ गाँव में स्वस्थय शिविर, मेडिकल चेकअप लगवाना समय समय पर ब्लड डोनेशन कैंप सहित हर वर्ष गाँव में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर होनहार बच्चों के खेलों  शिक्षा सहित अन्य क्षेत्र में अव्वल आने पर सम्मानित किया जायेगा  वहीं उन्होंने कहा कि गांव के हर वर्ग को साथ लेकर गांव को हरियाणा की नक्शे पर चिन्हित करने का भरसक प्रयास किया जाएगा।